नजर टोटकों से बचने का सरल उपाय।।

Nazar Totako Se Bachne Ke Upay
Nazar Totako Se Bachne Ke Upay

नजर टोटकों से बचने का सरल उपाय।। Nazar Totako Se Bachne Ke Upay.

हैल्लो फ्रेण्ड्सzzz,

मित्रों, दुख-सुख, अच्छे-बुरे दिन, लाभ-हानि, यश-अपयश, सफलता-विफलता, बिमारीयाँ एवं परेशानियाँ आदि सभी इस जीवन के विभिन्न रंग हैं। समय-समय पर मनुष्य को विभिन्न प्रकार के सुख-दुख भोगने ही पडते हैं। यद्यपि ये सभी हमारे अपने इसी जन्म और पूर्व जन्मों के कर्मों का फल हैं।।

परन्तु फिर भी इनके दुष्प्रभावों को कम तो किया ही जा सकता है। अपने जीवन में सफलता पाने एवं अपने दु:खों से निवृत्ति के लिए पूरी दुनियाँ में ही लोगों ने अनेक टोने-टोटकों का प्रयोग किया है एवं करता रहा है।।

यही नहीं, सौभाग्य को बढाने, घर में सुख-शान्ति-समृद्धि लाने, व्यापार को चमकाने के लिए भी अनेके टोने-टोटकों का प्रयोग किया ही जाता रहा है। यही नहीं, नि:संतान दम्पतियों ने सन्तान और दरिद्रों ने राजसी वैभव भी टोने-टोटकों के बल पर कई बार सफलतापूर्वक प्राप्त किए हैं।।

टोने-टोटकों और गंडे-ताबीजों का अपना एक पूर्ण विज्ञान है। और यही कारण है, कि इस क्षेत्र में सफलता प्राप्ति के कुछ नियमों का पालन आवश्यक ही नहीं, बल्कि अनिवार्य भी है। टोटकों में सफलता के सूत्र आस्था, विश्वास, प्रयास और उनकी सिद्धि के विविध नियम का पालन है।।

जिसके द्वारा आपके सभी प्रकार के कष्टों का निवारण हो सकता है। जब किसी भी उपचार या औषधि का कोई प्रभाव नहीं पडता, तो उसके समय टोने-टोटके का सहारा लेना पड जाता है। ये टोटके उस व्याधि का अंत ही नहीं करते, बल्कि सदा के लिए उसकी जडें भी उखाड फेंकते हैं।।

कुछ टोटके केवल वस्तु के प्रयोग से ही सफल हो जाते हैं, जबकि कुछ टोटकों के प्रयोग में कुछ विशेष प्रकार के मंत्र का प्रयोग करना पडता है। टोटकों के प्रयोग से पहले इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। चलिए अब मैं आपलोगों को एक टोटका जिसे “उतारा” कहते हैं, इसकी विधि व महत्व बता देता हूँ।।

टोने-टोटकों के संसार में उतारों का बहुत ही अधिक महत्व हैं। बालकों को नजर लग जाने, किसी के किसी भी बाधा से ग्रस्त होने अथवा बीमार हो जाने पर झाड-फूंक के साथ ही उतारे भी किए जाते हैं।।

कोई भी उतारा सर से पैर की ओर सात बार उतारा जाता है। इस उतारे के करने से वह बीमारी अथवा दुष्ट आत्मा उस मिठाई के टुकडे पर आ जाती है और इस उतारे को घर से दूर रख आने पर उसके साथ ही घर से बाहर चली जाती है।।

रविवार के दिन ये “उतारा” की विधि करनी चाहिए, बर्फी (एक प्रकार की मिठाई) से उतारा करें और वो बर्फी गाय को खिला देनी चाहिए। सोमवार को भी बर्फी के टुकडे से उतारा करके गाय को ही खिलाना चाहिए। मंगलवार को मोतीचूर के लड्डू से उतारा करना चाहिए और उसे कुत्ते को डालना चाहिए।।

बुधवार को मोतीचूर के लड्डू से उतारा करना चाहिए और उसे कुत्ते को डालना चाहिए। गुरूवार को शाम के समय पांच मिठाइयां एक दोने में रखकर उतारा करना चाहिए। उतारा करके उसमें धूपबत्ती और छोटी इलायची रखकर पीपल के पेड की जड़ में पश्चिम दिशा में रख देना चाहिए।।

इस प्रयोग को करते समय अपने गुरूमन्त्र का मानसिक जप करते रहें। उतारा करके आते समय पलटकर नहीं देखना चहिए और न ही रास्ते में किसी से कुछ भी बोलना चाहिए। घर आकर हाथ-पैर धोने के बाद ही कोई कार्य करना चाहिए।।

शुक्रवार को भी शाम को ही उतारा करें तथा मोतीचूर के लड्डृ से ही उतारा करें उसे कुत्ते को डाल दें। शनिवार को मोतीचूर के लड्डू से उतारा किया जाता है, और कोई काला कुत्ता मिले और उसे खिला दिया जाए तो बहुत अच्छा होता है।।

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