अथ श्रीलक्ष्म्यष्टोत्तरशत नामावलिः।।

Shri Lakshmi Ashtottarshat Namavali
Shri Lakshmi Ashtottarshat Namavali

अथ श्रीलक्ष्म्यष्टोत्तरशत नामावलिः।। Shri Lakshmi Ashtottarshat Namavali.

अथ ध्यानम् ।।

वन्दे पद्मकरां प्रसन्नवदनां सौभाग्यदां भाग्यदां ।
हस्ताभ्यां अभय प्रदां मणिगणैर्नानाविधैर्भूषिताम् ।।
भक्ताभीष्ट फलप्रदां हरिहर ब्रह्मादिभिः सेवितां ।
पार्श्वे पंकजशंखपद्म निधिभि-र्युक्तां सदा शक्तिभिः ।।

सरसिज निलये सरोज हस्ते धवल तरांशुक गन्धमाल्यशोभे ।
भगवति हरिवल्लभे मनोज्ञे त्रिभुवनभूतिकरि प्रसीद मह्यम् ।।

अथ श्री महालक्ष्मी नामावलि: –

ॐ प्रकृत्यै नमः ।
ॐ विकृत्यै नमः ।
ॐ विद्यायै नमः ।
ॐ सर्वभूतहितप्रदायै नमः ।
ॐ श्रद्धायै नमः ।
ॐ विभूत्यै नमः ।
ॐ सुरभ्यै नमः ।
ॐ परमात्मिकायै नमः ।
ॐ वाचे नमः ।

ॐ पद्मालयायै नमः ।
ॐ पद्मायै नमः ।
ॐ शुचये नमः ।
ॐ स्वाहायै नमः ।
ॐ स्वधायै नमः ।
ॐ सुधायै नमः ।
ॐ धन्यायै नमः ।
ॐ हिरण्मय्यै नमः ।
ॐ लक्ष्म्यै नमः ।

ॐ नित्यपुष्टायै नमः ।
ॐ विभावर्यै नमः ।
ॐ अदित्यै नमः ।
ॐ दित्ये नमः ।
ॐ दीपायै नमः ।
ॐ वसुधायै नमः ।
ॐ वसुधारिण्यै नमः ।
ॐ कमलायै नमः ।
ॐ कान्तायै नमः ।

ॐ कामाक्ष्यै नमः ।
ॐ क्रोधसंभवायै नमः ।
ॐ अनुग्रहप्रदायै नमः ।
ॐ बुद्धये नमः ।
ॐ अनघायै नमः ।
ॐ हरिवल्लभायै नमः ।
ॐ अशोकायै नमः ।
ॐ अमृतायै नमः ।
ॐ दीप्तायै नमः ।

ॐ लोकशोकविनाशिन्यै नमः ।
ॐ धर्मनिलयायै नमः ।
ॐ करुणायै नमः ।
ॐ लोकमात्रे नमः ।
ॐ पद्मप्रियायै नमः ।
ॐ पद्महस्तायै नमः ।
ॐ पद्माक्ष्यै नमः ।
ॐ पद्मसुन्दर्यै नमः ।
ॐ पद्मोद्भवायै नमः ।

ॐ पद्ममुख्यै नमः ।
ॐ पद्मनाभप्रियायै नमः ।
ॐ रमायै नमः ।
ॐ पद्ममालाधरायै नमः ।
ॐ देव्यै नमः ।
ॐ पद्मिन्यै नमः ।
ॐ पद्मगन्धिन्यै नमः ।
ॐ पुण्यगन्धायै नमः ।
ॐ सुप्रसन्नायै नमः ।

ॐ प्रसादाभिमुख्यै नमः ।
ॐ प्रभायै नमः ।
ॐ चन्द्रवदनायै नमः ।
ॐ चन्द्रायै नमः ।
ॐ चन्द्रसहोदर्यै नमः ।
ॐ चतुर्भुजायै नमः ।
ॐ चन्द्ररूपायै नमः ।
ॐ इन्दिरायै नमः ।
ॐ इन्दुशीतलायै नमः ।

ॐ आह्लादजनन्यै नमः ।
ॐ पुष्टयै नमः ।
ॐ शिवायै नमः ।
ॐ शिवकर्यै नमः ।
ॐ सत्यै नमः ।
ॐ विमलायै नमः ।
ॐ विश्वजनन्यै नमः ।
ॐ तुष्टयै नमः ।
ॐ दारिद्र्यनाशिन्यै नमः ।

ॐ प्रीतिपुष्करिण्यै नमः ।
ॐ शान्तायै नमः ।
ॐ शुक्लमाल्यांबरायै नमः ।
ॐ श्रियै नमः ।
ॐ भास्कर्यै नमः ।
ॐ बिल्वनिलयायै नमः ।
ॐ वरारोहायै नमः ।
ॐ यशस्विन्यै नमः ।
ॐ वसुन्धरायै नमः ।

ॐ उदारांगायै नमः ।
ॐ हरिण्यै नमः ।
ॐ हेममालिन्यै नमः ।
ॐ धनधान्यकर्ये नमः ।
ॐ सिद्धये नमः ।
ॐ स्त्रैणसौम्यायै नमः ।
ॐ शुभप्रदाये नमः ।
ॐ नृपवेश्मगतानन्दायै नमः ।
ॐ वरलक्ष्म्यै नमः ।

ॐ वसुप्रदायै नमः ।
ॐ शुभायै नमः ।
ॐ हिरण्यप्राकारायै नमः ।
ॐ समुद्रतनयायै नमः ।
ॐ जयायै नमः ।
ॐ मंगळा देव्यै नमः ।
ॐ विष्णुवक्षस्स्थलस्थितायै नमः ।
ॐ विष्णुपत्न्यै नमः ।
ॐ प्रसन्नाक्ष्यै नमः ।

ॐ नारायणसमाश्रितायै नमः ।
ॐ दारिद्र्यध्व्ंसिन्यै नमः ।
ॐ देव्यै नमः ।
ॐ सर्वोपद्रव वारिण्यै नमः ।
ॐ नवदुर्गायै नमः ।
ॐ महाकाल्यै नमः ।
ॐ ब्रह्माविष्णुशिवात्मिकायै नमः ।
ॐ त्रिकालज्ञानसंपन्नायै नमः ।
ॐ भुवनेश्वर्यै नमः ।

॥ इति श्रीलक्ष्म्यष्टोत्तरशत नामावलिः ॥

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