शुक्र के योग से बनने वाले राजयोग अथवा धनयोग।। Shukra Aur Rajyoga.
हैल्लो फ्रेण्ड्सzzz,
मित्रों, निष्पाप जीवन ही हमारे सोये भाग्य को जगाता है। चलिए देखते हैं, कि कुण्डली में शुक्र का किन ग्रहों से संयोग जीवन में अतुलनीय धन का योग बनाता है? आपकी कुण्डली में यदि शुक्र अश्विनी नक्षत्र में स्थित होकर लग्न में बैठा हो और उस शुक्र पर किसी भी तीन शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो ऎसा जातक उच्च श्रेणी का राजा होता है और विजय सदैव उसके साथ-साथ चलती है।।
यदि लग्नेश बलवान होकर शुक्र के साथ द्वितीय स्थान में स्थित हो तथा द्वितीयेश, लग्नेश और शुक्र इन तीनों की शत्रु राशि या नीच राशि ना हो तो ऎसा जातक श्रेष्ठ राजा होता है। शुक्र, बृहस्पति और शनि मीन राशि में हों, चन्द्रमा पूर्ण अर्थात पूर्णिमा का हो अथवा अपनी उच्च राशि में हो…..
सूर्य को मंगल देख रहा हो और जातक का जन्म मेष लग्न में हुआ हो तो ऎसा जातक चक्रवर्ती सम्राट होता है। आज के समय में अगर ऎसे राजयोगों की बात करें तो ऐसे राजयोग वाला जातक उच्च प्रशासनिक अधिकारी, राजदूत, सेना में सेनापति अथवा उच्चाधिकारी तथा राज्य के उच्च पदस्थ व्यक्तियों को कहा जा सकता है।।
मित्रों, यदि जन्म के समय बृहस्पति और चंद्रमा केन्द्र में हों और उनको शुक्र देख रहा हो तथा कोई ग्रह नीच राशि में न हो तो मनुष्य अतुलनिय कीर्ति वाला राजा होता है। किसी कुण्डली में शुक्र बली हो और चतुर्थ भाव से उनका किसी भी प्रकार का संबंध हो तो व्यक्ति बहुत धनवान होता है।।

यदि चतुर्थ भाव से चन्द्रमा, बुध और शुक्र तीनों का संबंध हो और इन तीनों ग्रहों का लग्न या लग्नेश से भी संबंध हो जाए तो महाराजा योग बनता है और जातक अपार सम्पत्ति का स्वामी होता है। बलवान शुक्र लग्न से एकादश भाव या द्वादश भाव में स्थित हो तो राजयोग होता है।।
मित्रों, शुक्र से बनने वाले अन्य योगों में लक्ष्मी योग है। लक्ष्मी योग कुण्डली में तब बनता है जब भाग्येश और शुक्र दोनों स्वराशि में या उच्चाराशि में बैठकर लग्न से केन्द्र या त्रिकोण में हो तब यह लक्ष्मी योग बनाते हैं। यह लक्ष्मी योग एक सर्वोत्तम श्रेणी का राजयोग होता है।।
इस योग में जन्म लेने वाला जातक सुन्दर,सुशील और सुमुखी स्त्री का स्वामी होता है। यह जातक तेजस्वी, धनी, निरोगी, दूसरों को खुश रखने वाला, दानवीर, उत्तम सवारियों से युक्त एवं दूसरों की रक्षा करने वाला और एक अच्छा शासक होता है।।
ज्योतिष के सभी पहलू पर विस्तृत समझाकर बताया गया बहुत सा हमारा विडियो हमारे YouTube के चैनल पर देखें । इस लिंक पर क्लिक करके हमारे सभी विडियोज को देख सकते हैं – Click Here & Watch My YouTube Channel.
इस तरह की अन्य बहुत सारी जानकारियों, ज्योतिष के बहुत से लेख, टिप्स & ट्रिक्स पढने के लिये हमारे ब्लॉग एवं वेबसाइट पर जायें तथा हमारे फेसबुक पेज को अवश्य लाइक करें, प्लीज – My facebook Page.
वास्तु विजिटिंग के लिये तथा अपनी कुण्डली दिखाकर उचित सलाह लेने एवं अपनी कुण्डली बनवाने अथवा किसी विशिष्ट मनोकामना की पूर्ति के लिए संपर्क करें ।।
किसी भी तरह के पूजा-पाठ, विधी-विधान, ग्रह दोष शान्ति आदि के लिए तथा बड़े से बड़े अनुष्ठान हेतु योग्य एवं विद्वान् ब्राह्मण हमारे यहाँ उपलब्ध हैं ।।
वापी ऑफिस:- शॉप नं.- 101/B, गोविन्दा कोम्प्लेक्स, सिलवासा-वापी मेन रोड़, चार रास्ता, वापी।।
वापी में सोमवार से शुक्रवार मिलने का समय: 10:30 AM 03:30 PM
शनिवार एवं रविवार बंद है.
सिलवासा ऑफिस:- बालाजी ज्योतिष केन्द्र, गायत्री मंदिर के बाजु में, मेन रोड़, मन्दिर फलिया, आमली, सिलवासा।।
प्रतिदिन सिलवासा में मिलने का समय: 05: PM 08:30 PM
WhatsAap & Call: +91 – 8690 522 111.
E-Mail :: [email protected]

































