अथ शिवताण्डव स्तोत्रम्। अर्थ सहितम्।।
अथ शिवताण्डव स्तोत्रम्। अर्थ सहितम्।। With Meanings Shiva Tandava Stotram.
मित्रों, शिव ताण्डव स्तोत्र (शिवताण्डवस्तोत्रम्) महान विद्वान एवं परम शिवभक्त लंकाधिपति रावण द्वारा विरचित भगवान...
अथ श्री बिल्व अष्टोत्तरशत स्तोत्रम्।।
पितृ दोष आदि निवृत्ति हेतु बिल्व अष्टोत्तरशत स्तोत्रम् का पाठ करें।।
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधम् ।
त्रिजन्म पापसंहारम् एक बिल्वं शिवार्पणम् ॥१॥
त्रिशाखैः बिल्व...
शत्रुसंहारक एकदन्त स्तोत्रम् ।।
शत्रुसंहारक एकदन्त स्तोत्रम् ।।
शत्रुसंहारक एकदन्त स्तोत्रम् ।। Shatru Sanharaka Ekadanta Stotram.
श्रीगणेशाय नमः ।।
सनत्कुमार उवाच:-
श्रृणु शम्भ्वादयो देवा मदासुरविनाशने ।
उपायं कथयिष्यामि तत्कुरुध्वं मुनीश्वराः ॥१॥
गणेशं पूजयध्वं वै...
अथ श्री कनकधारा स्तोत्रम्।।
अथ श्री कनकधारा स्तोत्रम्।। kanak Dhara Stotram.
एक बार भारत में बीहड़ आकाल पड़ने पर परमादरणीय आदिगुरू शंकराचार्य जी ने "श्री कनकधारा स्तोत्रम्" का परायण...
अथ शिव महिम्न: स्तोत्रम्-अर्थ सहितम्।।
अथ शिव महिम्न: स्तोत्रम् - अर्थ सहितम् ।। WITH MEANINGS SHIVA MAHIMNA STOTRAM
मित्रों, एक समय चित्ररथ नाम के राजा ने एक अद्भुत सुंदर बाग...
अथ श्री नवग्रह विशिष्ट मन्त्रः ।।
अथ श्री नवग्रह विशिष्ट मन्त्रः ।। #Navagraha Vishisht Mantra.
अथ सूर्यस्य मन्त्रः - विश्वनाथसारोद्धारे ।।
ॐ ह्सौः श्रीं आं ग्रहाधिराजाय आदित्याय स्वाहा ॥
अथ चन्द्रस्य मन्त्रः -...
अथ श्री शिव अष्टोत्तरशतनाम ।।
अथ श्री शिव अष्टोत्तरशतनाम ।। Shiva Ashtottarshatnam
ॐ शिवाय नमः ।
ॐ महेश्वराय नमः ।
ॐ शम्भवे नमः ।
ॐ पिनाकिने नमः ।
ॐ शशिशेखराय नमः ।
ॐ वामदेवाय नमः...
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् ।।
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम्।। Mahishasur Mardini Stotram.
अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते
गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते।
भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते॥१॥
सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरते
त्रिभुवनपोषिणि शङ्करतोषिणि...
श्रीविष्णुसहस्रनामस्तोत्रम् गरुडपुराण॥
श्रीविष्णुसहस्रनामस्तोत्रम् गरुडपुराणान्तर्गतम्॥ Shri Vishnu Sahasranama Stotram from Garuda Purana.
रुद्र उवाच ।
संसारसागराद्धोरामुच्यते किं जपन्प्रभो ।
नरस्तन्मे परं जप्यं पथय त्वं जनार्दन ॥ १॥
हरिरुवाच ।
परेश्वरं परं ब्रह्म...
अथ श्री सर्व सङ्कष्ट मोचनम् हनुमत् स्तोत्रम् ।।
अथ श्री सर्व सङ्कष्ट मोचनम् हनुमत् स्तोत्रम् ।। Sankashta Mochana Hanumat Stotram 2
काशीपीठाधीश्वर जगद्गुरुशङ्कराचार्यस्वामि
श्रीमहेश्वरानन्दसरस्वतीविरचितं स्तोत्रम्।।
सिन्दूरपूररुचिरो बलवीर्यसिन्धुः
बुद्धिप्रभावनिधिरद्भुतवैभवश्रीः ।
दीनार्तिदावदहनो वरदो वरेण्यः
सङ्कष्टमोचनविभुस्तनुतां शुभं नः ॥ १॥
सोत्साहलङ्घितमहार्णवपौरुषश्रीः
लङ्कापुरीप्रदहनप्रथितप्रभावः ।
घोराहवप्रमथितारिचयप्रवीरः
प्राभञ्जनिर्जयति...