चन्द्रमा को अपने अनुकूल बनाने के कुछ सरल एवं सहज उपाय।। Chandra Ko Anukul aise Rakhen.
हैल्लो फ्रेण्ड्सzzz,
मित्रों, चन्द्रमा मन का कारक ग्रह माना गया है। इसका प्रभाव प्रत्येक चराचर जीव पर पड़ता है। मानव शरीर ही क्या सभी जीवों में जल की मात्रा सर्वाधिक होती है। यह जल अथवा समुद्र भी चन्द्रमाँ की वजह से ही प्रभावित होता है। चन्द्रमाँ का अशुभ प्रभाव भी सभी प्राणियों पर पड़ता है। विशेषकर अगर जन्मकुडंली में चन्द्रमाँ अशुभ हो तो मन-मस्तिष्क पर असर पड़ता है।।
परन्तु यह मानव ही एक ऐसा प्राणी है जो किसी भी अशुभता से बचने का उपाय कर सकता है। शुभ-अशुभ प्रभाव को समझ सकता है एवं अशुभ प्रभाव को दूर कर सकता है। मानसिक अशांति, दुधारू पशु का दूध सूख जाना, अत्यधिक प्यास लगना, गर्मी का मौसम ना हो तब भी बार-बार पानी की कमी महसूस होना। शरीर में जलन होना जैसी स्थिति कमजोर कुण्डली में चन्द्रमाँ के कारण होती है।।
मित्रों, कुण्डली में चन्द्रमाँ किस स्थान पर बैठा है, किन ग्रहों के साथ बैठा है और किस राशि का होकर बैठा है। इन सब बातों का जातक पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। आज हम चन्द्रमाँ से सम्बन्धित कुछ विशेष तथ्य प्रस्तुत करते हैं। इन पर ध्यान देकर चन्द्रमाँ की अशुभ स्थिति को सुधारा जा सकता है और उसकी शुभता में वृद्धि भी की जा सकती है।।
किसी भी जातक की पत्रिका में षष्ट भाव में चन्द्र हो तो वे दूध एवं पानी किसी को ना बेचें, न ही दान दें। द्वादश में चन्द्रमाँ हो तो किसी भी प्रकार से किसी को भी मुफ्त में भोजन ना करावें। चतुर्थ भाव में चन्द्रमाँ हो तो परिवार के सभी सदस्यों से चाँदी का टुकड़ा लेकर बहते जल में प्रवाहित करें। षष्ट भाव में चन्द्रमाँ हो तो ऐसे जातक को खरगोश पालना चाहिए।।
मित्रों, द्वादश भाव में चन्द्रमाँ हो तो गुरु का उपाय करना चाहिए या गुरु से संबंधित वस्तुओं को घर में रखना चाहिए। सच्चा गुरु बनाना चाहिए एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए। इस प्रकार इन सहज एवं आसान उपायों को अपनाकर चन्द्रमाँ के अशुभ प्रभाव से आसानी से बचा जा सकता है। एवं अशुभ चन्द्रमाँ को भी अपने अनुकूल बनाया जा सकता है।।
ज्योतिष के सभी पहलू पर विस्तृत समझाकर बताया गया बहुत सा हमारा विडियो हमारे YouTube के चैनल पर देखें । इस लिंक पर क्लिक करके हमारे सभी विडियोज को देख सकते हैं – Click Here & Watch My YouTube Channel.
इस तरह की अन्य बहुत सारी जानकारियों, ज्योतिष के बहुत से लेख, टिप्स & ट्रिक्स पढने के लिये हमारे ब्लॉग एवं वेबसाइट पर जायें तथा हमारे फेसबुक पेज को अवश्य लाइक करें, प्लीज – My facebook Page.
वास्तु विजिटिंग के लिये तथा अपनी कुण्डली दिखाकर उचित सलाह लेने एवं अपनी कुण्डली बनवाने अथवा किसी विशिष्ट मनोकामना की पूर्ति के लिए संपर्क करें ।।
किसी भी तरह के पूजा-पाठ, विधी-विधान, ग्रह दोष शान्ति आदि के लिए तथा बड़े से बड़े अनुष्ठान हेतु योग्य एवं विद्वान् ब्राह्मण हमारे यहाँ उपलब्ध हैं ।।
संपर्क करें:- बालाजी ज्योतिष केन्द्र, गायत्री मंदिर के बाजु में, मेन रोड़, मन्दिर फलिया, आमली, सिलवासा ।।
WhatsAap & Call: +91 – 8690 522 111.
E-Mail :: [email protected]