जन्मस्थान से कौन सी दिशा में अधिक लाभ का योग है।।

Adhik Labh Ki Disha
Adhik Labh Ki Disha

अधिक लाभ हेतु किस दिशा में एवं किस वस्तु का व्यापार अथवा नौकरी करें।। Adhik Labh Ki Disha.

हैल्लो फ्रेण्ड्सzzz,

मित्रों, अगर आप व्यापार से धन कमाना चाहते हैं तो इसके लिये आपकी कुण्डली में किस वस्तु के व्यापार से धन प्राप्ति का योग है, यह जानना जरुरी होता है । इसके लिए आपकी कुण्डली में देखें कि लग्न अथवा चन्द्रमा से दशम भाव में कौन सा ग्रह बलवान है ।।

उसी ग्रह के अनुसार व्यापार से धन प्राप्त होने का योग बनेगा । साथ ही लग्न एवं दशम भाव में कौन सा ग्रह अधिक बलवान है । जो अधिक बलवान हो उससे दशम भाव में कौन सी राशि पड़ती है । उस राशि का स्वामी किस नवांश में बैठा है उसका स्वामी जो ग्रह होगा, उसी ग्रह से संबंधित व्यापार से आपको अधिकाधिक धन प्राप्ति का योग बनेगा ।।

इनके अतिरिक्त यह भी देखना चाहिये कि नौकरी अथवा व्यापार किस दिशा में सफल होगा । यदि ग्रह बलबान हो तो नौकरी अथवा व्यापार से धन आसानी से प्राप्त होने का योग बनता है । किंतु नवांश का स्वामी दुर्बल हो तो थोड़े धन की प्राप्ति होती है ।।

मित्रों, किस दिशा में व्यापार करने से अधिक धन की प्राप्ति होगी ? इसके लिए दशम स्थान में जो राशि हो उससे संबंधित दिशा में अधिक धन की प्राप्ति का योग बनेगा । यदि यह राशि या नवांश राशि अपने स्वामी से युत या दृष्ट हो तो जातक अपने देश में रहकर व्यापार से धनोपार्जन करने में सफल रहेगा ।।

यदि दशमेश स्थिर नवांश में हो तो जातक अपने देश में रहकर कार्य-व्यापार से धनोपार्जन करने में सफल होता है । किन्तु दशम राशि या नवांश राशि में अपने स्वामी के साथ और भी ग्रह बैठें हो या अन्य ग्रहों से दृष्ट हों अथवा भाव का स्वामी चर राशि में हो तो विदेश में व्यापार से ही भाग्योदय होता है अर्थात् ऐसा जातक अपनी जन्मभूमि में व्यापार में सफल नहीं होगा ।।

यदि भाग्येश द्विस्वभाव वाली राशियों जैसे मिथुन, कन्या, धनु, और मीन में हो तो जातक कभी घर, कभी परदेश में रहकर दोनों जगह से धन कमा लेता है । यह भी विचार कर लेना चाहिए कि व्यापार में साझेदारी सफल रहेगी अथवा नहीं ।।

यदि सफल होगी तो किस राशि, नक्षत्र के व्यक्ति के साथ व्यापार करना उचित होगा । कौन से ग्रह दुर्बल हैं और कैसे उनको बलबान बनाया जाये ताकि कार्य व्यापार में मनोवांछित सफलता प्राप्त हो इसके लिये कुण्डली में दशा, अन्तर्दशा देख लेनी चाहिये ।।

मित्रों, व्यापार हेतु कोई स्थान चयन कर रहे हैं, अथवा किये गए स्थान पर यदि नया निर्माण करवा रहे हैं, तब भी यह आवश्यक है कि उसका वास्तु निरीक्षण करा लें । यदि दोष हो तो पहले ही समाधान करा लें । यदि असमंजस में है कि नौकरी करें या व्यापार करे तो किससे अधिक धन कमा सकते है, इसके लिये कुंडली की विवेचना करा लेनी चाहिये ।।

यदि किसी प्रकार की कमी या दोष नजर आये तो उनका उपाय करवा लेना चाहिये । कौन ग्रह किस व्यापार से लाभ करायेगा ? सूर्य यदि अच्छा हो तो नौकरी द्वारा, सरकारी सेवा से, ऊनी वस्त्र, दवा, धातु, मंत्र जप, सट्टा, चालाकी, धोखा, झूठ बोलकर या किसी सम्मानित व्यक्ति की नौकरी करने से ।।

चन्द्रमा यदि अच्छा हो तो जल से उत्पन्न पदार्थ, जैसे मोती, मछली, सिंघाड़ा, खेती से, गाय-भैंस के दूध-दही, तीर्थाटन, किसी स्त्री के आश्रय से या वस्त्र की खरीद-बिक्री अथवा व्यापार से जातक को अत्यधिक धन लाभ के योग बनते हैं ।।

यदि आपकी कुण्डली में मंगल यदि कारक हो तो लोहा, तांबा, विविध धातु के व्यापार, विद्युत उपकरण, पुलिस सेवा, फौज, डकैती, सर्राफ, रेस्टोरेन्ट, शस्त्र के द्वारा, साहसिक कार्यों से, मुखबिरी या चोरी एवं व्यापार तथा नौकरी दोनों से जातक को अत्यधिक से ।

बुध यदि अच्छा हो तो पुस्तक लेखन, ज्योतिष, पांडित्य, वेद पाठ, लेखाकार, कम्प्यूटर, गणित, दलाली आदि से । गुरु यदि अच्छा हो तो ब्राहणों के आश्रय से, देवालय, मठ, मंदिर, राजदरबार, धार्मिक व्याख्यान, ब्याज, बैंक से एवं बड़े व्यापार आदि अत्यधिक धन लाभ के योग बनते हैं ।।

शुक्र यदि अच्छा हो तो कंप्यूटर, दूरसंचार, फिल्म जगत, सौन्दर्य प्रसाधन, वाद्ययंत्र, महिला, नेत्री, अभिनेत्री, कविता, गीत-संगीत, भोग विलास के अन्य साधन आदि से धन लाभ के योग बनते हैं ।।

शनि यदि अच्छा हो तो नौकरी करें, नौकरो से काम करायें, नीच जन, दुष्टजनों से धन प्राप्त हो, रिश्वत, अन्याय, अधर्म, लकड़ी, फर्नीचर आदि के कार्यों से अत्यधिक धन लाभ के योग बनते हैं ।।

ज्योतिष के सभी पहलू पर विस्तृत समझाकर बताया गया बहुत सा हमारा विडियो हमारे  YouTube के चैनल पर देखें । इस लिंक पर क्लिक करके हमारे सभी विडियोज को देख सकते हैं – Click & Watch My YouTube Channel.

इस तरह की अन्य बहुत सारी जानकारियों, ज्योतिष के बहुत से लेख, टिप्स & ट्रिक्स पढने के लिये हमारे ब्लॉग एवं वेबसाइट पर जायें तथा हमारे फेसबुक पेज को अवश्य लाइक करें, प्लीज – My facebook Page.

वास्तु विजिटिंग के लिये तथा अपनी कुण्डली दिखाकर उचित सलाह लेने एवं अपनी कुण्डली बनवाने अथवा किसी विशिष्ट मनोकामना की पूर्ति के लिए संपर्क करें ।।

किसी भी तरह के पूजा-पाठ, विधी-विधान, ग्रह दोष शान्ति आदि के लिए तथा बड़े से बड़े अनुष्ठान हेतु योग्य एवं विद्वान् ब्राह्मण हमारे यहाँ उपलब्ध हैं ।।

संपर्क करें:- बालाजी ज्योतिष केन्द्र, गायत्री मंदिर के बाजु में, मेन रोड़, मन्दिर फलिया, आमली, सिलवासा ।।

WhatsAap & Call: +91 – 8690 522 111.
E-Mail :: [email protected]

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here